Menu
blogid : 8696 postid : 694373

जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे.

mera desh
mera desh
  • 55 Posts
  • 161 Comments

JALALUDDIN 26 JAN.

जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे,
आज खुशियों के गीत गाएंगे.


सबसे ऊँचा हमारा परचम हो,
दूर हमसे ज़माने का ग़म हो,
आज भटके न रास्ता कोई,
राह में दीप वो जलाएंगे,
जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे.


रूप इसका चलो निखारें हम,
मिलकर अपना चमन संवारें हम,
चुनके नफरत के खार राहों से,
गुल मोहब्बत के हम खिलाएंगे,
जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे.


स्याह हरगिज़ किसी का दिन न हो,
राह जम्हूरियत कठिन न हो,
सबको इंसाफ और रोटी मिले,
ऐसा कानून हम बनाएंगे,
जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे.

JALALUDDIN 26 JAN

शहर की,गांव की,जवार की हो,
बात जब भी हो,बात प्यार की हो,
दिल हमारे मिले रहें हरदम,
ऐसी तहरीक हम चलाएंगे,
जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे.


हक़ हो हासिल सभी को इज्जत का,
फल मिले सबको अपनी मेहनत का,
आम इंसान जी सकें जिसमें,
हम फ़ज़ा ऐसी कुछ बनाएंगे,
जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे.
आज खुशियों के गीत गाएंगे,


जश्न- ए – जम्हूरियत मनाएंगे,

आज खुशियों के गीत गाएंगे.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply